हम अपने घरों में भी शालीनता के साथ ही विचार रखेंगे तो यह समस्या निश्चित रूप से हल होंग हम अपने घरों में भी शालीनता के साथ ही विचार रखेंगे तो यह समस्या निश्चित रूप से ह...
बहू, ये लो कलम , और आज बल्कि अभी से तुम लेखन शुरू करो! बहू, ये लो कलम , और आज बल्कि अभी से तुम लेखन शुरू करो!
कल रात जो पाप उससे हुआ था, अपने आंसुओं से उसे धोने का प्रयास करने लगा। कल रात जो पाप उससे हुआ था, अपने आंसुओं से उसे धोने का प्रयास करने लगा।
बस जरूरत है उसे खोजने की और अपनी मंज़िल को खोजने के लिये प्रयास करने की। बस जरूरत है उसे खोजने की और अपनी मंज़िल को खोजने के लिये प्रयास करने की।
मैं अपनी माँ से नफरत करती हूँ, सिर्फ नफरत मैं अपनी माँ से नफरत करती हूँ, सिर्फ नफरत
आज वे अपने मकसद में सफल जो हो गई थीं। आज वे अपने मकसद में सफल जो हो गई थीं।